आधुनिक जीवन की भागदौड़ के चलते आज प्रत्येक मनुष्य के लिये ‘मेडिटेशन’ बहुत जरूरी हो गया है। यदि आप तनाव और चिंता मुक्त जीवन के साथ ही शारीरिक रूप से स्वस्थ रहना चाहते हैं तो ‘मेडिटेशन’ को अपनाऐं। योग असान या अन्य तरीकों से बेहतर और सरल तरीका है मेडिटेशन। मात्र पांच मिनट का मेडिटेशन आपके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा भर सकता है। मेडिटेशन की महिमा का कोई अंत नहीं हैं। आधुनिक विज्ञान इस बात का दावा करता है कि मेडिटेशन से मनुष्य की कई बीमारियों का इलाज संभव है। कई गंभीर बीमारियों में मेडिटेशन की मदद से तकलीफ को कम किया जा सकता है।
मानसिक लाभ :- शोर और प्रदूषण के माहौल के चलते व्यक्ति निरर्थक ही तनाव मानसिक थकान का अनुभव करता रहता है और दिनभर हमारे मन में तरह-तरह के विचार चलते रहते हैं। जब हम मेडिटेशन अभ्यास करने के लिये बैठते हैं और अपने ध्यान को आत्मा के साथ एकाग्र करते हैं तो हमारा मन शांत होने लगता है। हमारा ध्यान बाहरी दुनिया की समस्याओं से हट जाता है और हम पूर्ण रूप से शांत हो जाते है। नियमित रूप से मेडिटेशन अभ्यास करने से हमारी एकाग्रता बढ़ती चली जाती है। एकाग्र होने की क्षमता में इस बढ़ोत्तरी से तथा साथ ही तनाव में कमी, ऊर्जा में वृद्धि और रिश्तों में सुधार आने से हम सांसारिक कार्यों में भी सफलता प्राप्त करते हैं। हम पहले से अधिक कार्य करने में कुशल हो जाते हैं तथा जीवन की हर तरह की चुनौतियों का सामना पहले से बेहतर ढंग से कर पाते है।
शारीरिक लाभ :- मेडिटेशन के कारण शरीर की आंतरिक क्रियाओं में विशेष परिवर्तन होते हैं और शरीर की प्रत्येक कोशिका ऊर्जा से भर जाती है। शरीर में ऊर्जा बढ़ने से प्रसन्नता, शांति और उत्साह का संचार भी बढ़ जाता है। इसके अलावा भी कई प्रकार के लाभ हैं जैसे उच्च रक्तचाप का कम होना, व्याकुलता का कम होना। तनाव से सम्बन्धित शरीर में कम दर्द होता है और ऊर्जा के आंतरिक स्रोत में उन्नति के कारण ऊर्जा-स्तर में वृद्धि होती है।
आध्यात्मिक लाभ :- ज्योति ध्यान अभ्यास और शब्द ध्यान अनूठी विधायें हैं। ये शरीर और मन को ही नहीं बल्कि आत्मा को भी लाभ पहुंचाती हैं। हमारी आत्मा, जो कि ईश्वर का अंश है, अपने स्रोत यानी ईश्वर से अलग हो चुकी है। शब्द ध्यान अभ्यास के द्वारा हम अपने असली घर वापस लौट सकते हैं। अपने भीत प्रभु के शक्तिशाली प्रकाश और ध्वनि के साथ जुड़ने से हमारी बलवान होती है और हम अधिक चेतनता से भरपूर मंडलों में पहुंच जाते हैं। ये ताकतवर आत्मा ही हमारा वास्तविक स्वरूप है और ये अपार ज्ञान, प्रेम और शक्ति का स्रोत है। ये एक पूरी तरह से आध्यात्मिक अनुभव है। ध्यान को अपने भीतर एकाग्र करने से ही आंतरिक रूहानी मंडलों का अनुभव कर सकते हैं और ईश्वर के संपर्क में आ सकते हैं। इस प्रकार से अपने जीवन के असली उद्देश्य को पूरा कर सकते हैं।