गोमुखासन :- संस्कृत में गोमुख का अर्थ होता है गाय का चेहरा या गाय का मुख। इस आसन में पांव की स्थिति बहुत हद तक गोमुख की आकृति जैसे होती है। इसीलिये इसे गोमुखासन कहा जाता है। यह महिलाओं के लिये अत्यंत लाभदायक आसन है। यह गठिया, साइटिका, अपचन, कब्ज, धातु रोग, मधुमेह, कमर में दर्द होने पर यह आसन बहुत अधिक लाभप्रद है।